31 गौशालाओं के गौवंश को मार्च और अप्रैल माह में चारा-भूसा के लिए 71 लाख रूपये के भरण-पोषण राशि को मिली मंजूरी

 31 गौशालाओं के गौवंश को मार्च और अप्रैल माह में चारा-भूसा के लिए 71 लाख रूपये के भरण-पोषण राशि को मिली मंजूरी


कटनी  -  कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव की अध्यक्षता में सोमवार को जिला गौपालन एवं पशुधन संवर्धन समिति की बैठक में मुख्यमंत्री गौ-सेवा


योजना के अंतर्गत संचालित 28 शासकीय गौशालाओं एवं 3 स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित गौशालाओ में चारा-भूसा हेतु मार्च और अप्रैल माह को मिलाकर कुल 71 लाख 46 हजार 860 रूपये की भरण-पोषण राशि प्रदान करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। मार्च 2025 माह के प्रति पशु 20 रुपये तथा अप्रैल 2025 माह मे प्रति पशु 40 रुपये की दर से गौशालाओं को राशि प्रदान की गई है।


बैठक में जिला पंचायत के सीईओ और उपसंचालक पशुपालन एवं समिति के सचिव डॉ. आर के सोनी मौजूद रहे।


*पांच हजार गौवंश क्षमता की बनेगी* गौशाला


          बैठक में मुख्यमंत्री स्वावलंबी गौशाला कामधेनु योजना के अंतर्गत जिले में पांच हजार गौवंशीय क्षमता वाला गौशाला खोलने पर चर्चा हुई। योजना की शर्त के अनुसार इस गौशाला का संचालन 10 करोड़ रूपये के टर्नओवर वाली गौपाल संस्था, फर्म, सोसायटी, ट्रस्ट और रजिस्टर्ड कंपनी द्वारा किया जाएगा। इस गौशाला में 30 प्रतिशत गौवंश देशी भारतीय नस्ल की गायों की रहेगी और 70 फीसदी गौवंश लावारिस और अशक्त गोवंश को इस गौशाला में रखा जाएगा। योजना के प्रावधान के अनुसार इस गौशाला में भैंस व शंकर नस्ल की गाय नहीं रखी जा सकेगी। गौशाला के लिए जिला प्रशासन जल्द ही 25 एकड़ प्रति हजार गौवंश के मान से 125 एकड़ शासकीय भूमि चयनित कर पशुपालन विभाग को आवंटित करेगा। इस गौशाला का संचालन करने की इच्छुक संस्थाओं के पास गौशाला संचालन का 3 साल का अनुभव होना जरूरी है। साथ ही बायोगैस संयंत्र के क्षेत्र में काम करने का भी 3 साल का अनुभव होना चाहिए। गौपालक संस्था के पास 50 करोड़ रूपये लागत राशि भी होनी चाहिए।


*62 गौपालक जाएंगे भोपाल*


          जिले के शासकीय एवं निजी क्षेत्र द्वारा संचालित 31 गौशालाओं के 62 प्रतिनिधि एवं पदाधिकारी 28 मई को भोपाल में मुख्यमंत्री निवास में आयोजित गौशाला सम्मेलन में शिरकत करने जाएंगे। समिति द्वारा इसका भी अनुमोदन किया गया।


          बैठक में उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास मनीष मिश्रा और एसडीओ वन सुरेश बरोले सहित गौशालाओं के प्रबंधक एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।

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