नकली खोवा बिक्री का बाजार गर्म , खाद्य सुरक्षा अधिकारी नदारद?

 नकली खोवा बिक्री का बाजार गर्म ,  खाद्य सुरक्षा अधिकारी नदारद?




कटनी/न्यूज़ एम पी एक्सप्रेस: रक्षाबंधन और गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों के नजदीक आते ही मिठाई की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ गई है। इन दिनों खोवा (मावा) की मांग में अचानक उछाल आया है, लेकिन इसके साथ ही मिलावटखोरी की आशंकाएं भी तेज हो गई हैं। बाजारों में खुलेआम खोवा बेचा जा रहा है, परंतु खाद्य विभाग की ओर से किसी तरह की सख्ती या निगरानी नजर नहीं आ रही है।


स्थानीय बाजारों में कई अस्थायी दुकानदार बिना किसी लाइसेंस या गुणवत्ता जांच के खोवा बेचते देखे जा सकते हैं। सिल्वर टाकीज रोड पर मौजूद है खोवा की ढेर दुकाने जानकारी के अनुसार, बाहर से आए ट्रकों के माध्यम से खोवा थोक में शहर पहुंच रहा है, जिसकी गुणवत्ता पर संदेह जताया जा रहा है। आम जनता इस खोवे से बनी मिठाइयों को भरोसे से खरीद रही है, जबकि स्वास्थ्य के लिहाज से यह खतरनाक साबित हो सकता है।


एक दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "त्योहारों में मांग ज्यादा रहती है, इसलिए कई व्यापारी सस्ता और मिलावटी खोवा मंगवाते हैं ताकि मुनाफा अधिक हो सके।" वहीं, कुछ जागरूक नागरिकों का कहना है कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी सिर्फ कागजों पर सक्रिय हैं। जमीनी स्तर पर न कोई निरीक्षण हो रहा है, न ही सैंपलिंग।


स्वास्थ्य को खतरा


मिलावटी खोवा पेट से जुड़ी बीमारियों के अलावा फूड प्वाइजनिंग जैसी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो यूरिया, सिंथेटिक दूध और डिटर्जेंट जैसी चीजें मिलाकर खोवा तैयार किया जाता है, जिससे मिठाइयां दिखने में आकर्षक लगती हैं लेकिन स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं।


प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में


पिछले वर्षों में भी मिलावटी खोवे से जुड़ी कई शिकायतें सामने आई थीं, लेकिन इस बार अभी तक न तो कोई अभियान चला है, न ही कोई सैंपल जांच की खबर आई है। लोगों का कहना है कि जब तक कोई बड़ी घटना नहीं हो जाती, तब तक विभाग हर बार की तरह चुप्पी साधे रहता है।


जनता की अपील


स्थानीय नागरिकों और उपभोक्ता संघों ने प्रशासन से अपील की है कि त्योहारों के इस सीजन में खाद्य सुरक्षा विभाग को सक्रिय किया जाए, बाजार में बिक रहे खोवे और मिठाइयों की सख्ती से जांच हो तथा दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही आम जनता से भी अपील की गई है कि विश्वसनीय दुकानों से ही मिठाइयां खरीदें और सस्ते के लालच में सेहत से समझौता न करें।

Post a Comment

Previous Post Next Post