जबलपुर में 2 करोड़ की फर्जीवाड़ा कांड: एक कॉन्स्टेबल के खाते में अचानक आए 55 लाख, पुलिस महकमे में हड़कंप 20 पुलिसकर्मियों के खाते बंद

 जबलपुर में 2 करोड़ की फर्जीवाड़ा कांड: एक कॉन्स्टेबल के खाते में अचानक आए 55 लाख, पुलिस महकमे में हड़कंप



20 पुलिसकर्मियों के खाते बंद




कटनी /न्यूज़ एम पी एक्सप्रेस :जबलपुर की 6वीं SAF (स्पेशल आर्म्ड फोर्स) बटालियन में 2 करोड़ रुपए से ज्यादा के TA (ट्रैवलिंग अलाउंस) घोटाले का दायरा बढ़ता जा रहा है। शुरुआत में 10–12 लोगों का नाम था, लेकिन जांच बढ़ी तो 20–25 आरक्षक और प्रधान आरक्षक इसमें फंस गए। चौकाने वाली बात ये है कि जिनकी नौकरी को मुश्किल से 5–7 साल हुए, उनके खाते में लाखों रुपए मिले। इनमें से एक ने ट्रेन के सामने कूदकर सुसाइड कर लिया। एक अन्य आरोपी ने फरारी के दौरान शादी रचा ली। घोटाले में कुछ सैनिक ऐसे भी शामिल हैं, जिनका दूसरे जिलों में ट्रांसफर हो चुका है। उन्हें नोटिस देकर बुलाया जा रहा है। आरक्षक अभिषेक झारिया के बैंक खाते में 582 TA बिलों से 55 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए गए। जबकि उसकी 7 साल की सैलरी और एरियर मिलाकर भी सिर्फ 26 लाख बनते हैं। घोटाला तब पकड़ा, जब स्टेट फाइनेंस इंटेलिजेंस सेल ने उनके खातों पर नजर डाली। मामले में एक पत्र कोष लेखा विभाग से जबलपुर कलेक्टर के पास भी पहुंचा है, जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ के नेतृत्व में 6 सदस्यीय टीम गठित की है। टीम को जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।

200 गुना ज्यादा रकम, 12 आरक्षकों को TA से 10–10 लाख

SAF में आरक्षकों का शुरुआती वेतन 23–25 हजार रुपए महीना होता है। कोष एवं लेखा आयुक्त के निर्देश पर जब स्टेट फाइनेंस इंटेलिजेंस सेल ने जांच की तो पता चला कि कुछ के बैंक खातों में उनकी सैलरी से 200 गुना ज्यादा रकम पड़ी है। 12 आरक्षकों के खातों में सिर्फ TA बिल से 10 लाख रुपए से जमा मिले। स्टेट फाइनेंस इंटेलिजेंस सेल की जांच में पता चला है कि 6वीं बटालियन एसएएफ रांझी, जबलपुर में यात्रा भत्ता देयक, चिकित्सा भत्ता देयक और एफवीसी देयकों से कर्मचारियों को अत्यधिक राशि का भुगतान किया गया है।

निलंबन के बाद हादसा– अभिषेक ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दी

टीए कांड खुलते ही सत्यम और अभिषेक दोनों निलंबित कर दिए गए। शर्म और दबाव में अभिषेक ने 12 नवंबर को ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर ली। उधर, सत्यम जांच शुरू होते ही गायब हो गया और फिर छिंदवाड़ा में उसकी शादी का कार्ड सामने आया। इसमें वेन्यू छिंदवाड़ा और डेट 22 नवंबर लिखी थी। शादी की जानकारी उसने विभाग को नहीं दी। अब उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई और गुमशुदगी के बाद फरारी दोनों में केस बन रहा है।

Post a Comment

Previous Post Next Post