300 साल पुराने माता के मंदिर में लगा भक्तों का तांता



नवरात्रि स्पेशल



कटनी /

          नो दिनों तक समूचा जगत शाक्ति की आराधना में लीन रहा है। अलसुबह से मां के दरबार में जल चढ़ाने, आरती पूजन करने के लिए भक्तों की भीड़ मंदिर में उमड़ रही है। शाक्ति की कृपा भी बरस रही है। हर गली, मोहल्ले, गांव में मां के पूजन का विशेष क्रम जारी है। इसी तरह कटनी जिले से 35 किलोमीटर की दूरी पर मिड़रा व सल्हना के बीच की पहाड़ी पर विराजमान है मां पुकार माता का मंदिर जो की 300 वर्ष पुराना है। मंदिर के पुजारी शिवकुमार दुबे ( बबलू महराज) ने बताया कि धुडसवार माल लेकर जाते थे तो एक दिन रात में एक पेड़ के नीचे आराम कर रहे थे। वहां के इष्ट देवता को कहां गया कि हमारी रक्षा करना जंगलों में शेर रहते थे रात में शेर आता है। तो ऊपर पहाड़ की चोटी से आवाज आती है। उन्हें कोई चोट न आए वो मेरी शरणं पर है उसके बाद वह आवाज एवं शेर वहां से गायब हो जाते हैं फिर वो लोग मिड़रा गांव में जाकर वहां के प्रतिष्ठित व्यक्ति से मिलते हैं। पटेल बाबा व रामनिवास दुबे के पास पहुंचे व्यापारीगण अपनी बात बताते हैं। कि वहां एक शेर अपना भोजन मागता हैं। तो वहां से आवाज आती है कि तुम वहां जाकर पड़ा को भोज बनाऔं फिर गांव के बहुत से लौगों ने जाकर देखा तो वहां पडवा मिला फिर वहां जंगल की चोटी पर जाकर देखा तो वहां पर एक पत्थर की मूर्ति थी जो कि पुकार माता की थी फिर यह खबर आस - पास के क्षेत्र में भी फैल गई मिड़रा के ग्रामीणों ने माता की विधि - विधान से पूजा कराई सभी लोगों ने मिलकर एक मंदिर बनवाया पुकार माता के मंदिर में 465 सीढ़ी चढ़कर जाना पड़ता है मनोज तिवारी ( राधे महाराज) , सुरेश त्रिपाठी, विभाष दुबे, सचिन दुबे, राजेश दुबे, पुष्पलता दुबे, तृप्ति दुबे, ने बताया कि बड़वारा तहसील की रक्षक के रूप में जानी जाने वाली माता के दर से संतान की मुराद पूरी होती है। और कोई भी व्यक्ति जो भी वहां जाकर जो भी मांगते है वह पूरी होती है

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