कटनी-खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में 29 दिसम्बर तक 29 हजार 441 कृषकों से 2लाख 56 हजार 574 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है। उपार्जित मात्रा के विरुद्ध 57 फीसदी धान का परिवहन किया जा चुका है। परिवहन हेतु शेष मात्रा 1 लाख 20 हजार 187 मीट्रिक टन है, जो कि कुल खरीदी का मात्र43 प्रतिशत ही है।
जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि जिले में शनिवार 28 दिसम्बर को 29 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज हुई है। उपार्जन केन्द्र पर उपार्जित धान को तिरपाल और पॉलीथिन से कवर कर सुरक्षित रखा गया है। जिले में स्थापित उपार्जन केन्द्रों में 7050 मीट्रिक टन धान वर्षा से आंशिक रूप से प्रभावित हुई है, जो कि समिति स्तरीय उपार्जन का लगभग 5 फीसदी है।
जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि जिले में वर्षा से कोई भी धान खराब नहीं हुई है। जो धान वर्षा से आंशिक रूप से प्रभावित हुई थी, उसे रविवार 29 दिसम्बर को मौसम साफ रहने एवं धूप होने से उसे भी सुखाने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। परिवहनकर्ता एवं राइस मिलर के माध्यम से उपार्जित धान के परिवहन का कार्य प्रक्रियाधीन है।
उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से उपार्जित धान के खराब नहीं होने से धान विक्रय करने वाले किसी भी किसान के भुगतान पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उपार्जित धान का किसानों को अब तक 177 करोड़ 20 लाख रुपए का भुगतान जे आई टी के माध्यम से कृषकों को सीधे उनके बैंक खातों में किया जा चुका है। कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव ने अधिकारियों को उपार्जित धान के परिवहन कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
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