कटनी /न्यूज़ एम पी एक्सप्रेस :शासकीय तिलक कॉलेज मे मनाई गई सावित्री फुले बाई की जयंती, प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय कटनी में प्राचार्य डॉक्टर एमपी यादव की अध्यक्षता में कार्यक्रम प्रभारी डॉक्टर माधुरी गर्ग के निर्देशन में समाज सुधारक प्रथम शिक्षिका कवियत्री श्रीमती सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई।
इस अवसर पर मां सरस्वती के चरणों में शब्द सुमन अर्पित करने के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। श्री रूपनारायण बीएससी प्रथम वर्ष के छात्र ने सावित्रीबाई फुले के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला और कहां कि आज से 193 वर्ष पहले भारत जैसे रूढ़िवादी अंधविश्वासी पारंपरिक देश में सावित्रीबाई ने बदलाव की भूमिका अदा की उन्होंने स्त्री शिक्षा पर बल दिया विभिन्न प्रकार के संघर्षों को झेलते हुए बालिका शिक्षा को महत्व दिया और पुणे में लड़कियों के लिए पहला स्कूल स्थापित किया। इसी क्रम में डॉ प्रतिमा त्रिपाठी ने कहा कि भारत की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले का जन्मदिन उत्सव के रूप में मनाना चाहिए क्योंकि उन्होंने देश की दलित बहुजन जनता में क्रांति का दीपक जलाया उन्होंने सामाजिक बुराइयों को दूर करने का पूरा प्रयास किया और स्त्री शिक्षा को महत्व दिया। जिसका परिणाम आज यह है कि समाज में स्त्रियां गर्व से शिक्षा ग्रहण कर रही है।
इसी क्रम में डॉक्टर माधुरी गर्ग ने कहा कि ज्योतिबा जी का जन्म 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के सतारा जिले में हुआ था उनके पिता खानदोजी नवासे पाटिल ग्राम प्रधान थे। सामाजिक वातावरण उसे समय बहुत ही दूषित रहा। जाति पाणि छुआछूत की भावना समझ में व्याप्त थी शिक्षा अव्यवस्थित थी कम उम्र में ज्योतिबा जी के साथ विवाह हो जाने के कारण उनके मन में शिक्षा के प्रति लगाव था और सामाजिक क्रांति के माध्यम से उन्होंने बालिका शिक्षा प्रकारानतर से स्त्री शिक्षा सामाजिक सुधरता को महत्व दिया। वंचित और बहुजन समाज के बीच शिक्षा की मशाल जलाई विधवाओं परित्यक्त महिलाओं के प्रति क्रांतिकारी कदम उठाया बेमेल विवाह का विरोध किया और सत्यशोधक समाज की स्थापना कर समाज को मजबूत बनाने का भरपूर प्रयास किया।
इस अवसर पर श्रीमती संगीता मैडम प्राध्यापक जंतु विज्ञान विभाग सुशील मिश्रा की उपस्थिति सराहनीय रही। इस संगोष्ठी में विचार विमर्श के पश्चात सावित्रीबाई फुले के व्यक्तित्व व कृतित्व पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया अंत में डॉ माधुरी गर्ग ने सभी का आभार व्यक्तकिया।
Post a Comment