रिपोर्टर : हेमंत सिंह
कटनी : धूल डस्ट व वाहनो के साइलेंसर से निकल रहे काले धुएँ के प्रदुषण से आम नागरिकों की हालत ख़राब, पड़ रहे बीमार...
उपस्थित नागरिकों द्वारा बताया गया कि, शहर में शुद्ध नाम का अब कुछ बचा ही नहीं एक तो शहर में वाहनो की संख्या इतनी अधिक हो गईं है कि वाहनो के साइलेंसर से काले धुएँ के प्रकोप से और शहर में उड़ रही धूल डस्ट से लोगो के स्वास्थ्य में काफ़ी फर्क पड़ रहा है, पहले तो लोग 50-55 वर्ष की आयु के बाद ही थोड़ी बहुत बीमारी का शिकार हो पाता था और अब जिस तरह से कटनी शहर का हाल है आज कल के छोटे-छोटे बच्चे व युवा पीढ़ियों को अस्तमा जैसे बीमारियो शिकार हो रहे है, जिसके प्रति कटनी जिला स्वास्थ्य विभाग व नगरपालिका विभाग, आर.टी.ओ विभाग द्वारा कार्यवाही करने मौन बैठे हुए है, जिसमे कटनी आर.टी.ओ. विभाग अधिकारी विमलेश गुप्ता के द्वारा अपने कार्य के प्रति हाथ फेरे हुए है जिसमे उनको आम जनता के हित के प्रति जो एक नए वाहनो की जो आयु होती है वह मिनिमम 15 वर्ष की आयु होती है लेकिन उसके बाद भी वाहन मालिक वाहन को कई वर्षो तक वाहन को चलाते है जिस कारण वाहनो के इंजन की खराबी होने के कारण काला धुआँ छोड़ने लगाता है और वाहन मालिक बीच शहरो में प्रदुषण फैलाते हुए शहर में घूमते हुए नजर आते है और वही शहर क्षतिग्रस्त रोडो के कारण उड़ रही धूल पर नगरपालिका निगम विभाग द्वारा शहर में उड़ रही धूल पर पानी के टेंकर के माध्यम से पानी का छिड़काव करने में असमर्थ है और वही स्वास्थ्य विभाग अधिकारी द्वारा जगह जगह फैली गंदगी को देख अनदेखा करते हुए नजर आ रहे है जो स्वास्थ्य विभाग अधिकारी कर्मचारी द्वारा शहर व्यापरियो द्वारा दुकानों का वेस्ट मटेरियल को कही भी फेंक देते है और उस वेस्ट मटेरियल के जैसे की प्लास्टिक पॉलीथिन, होटलो में उपयोग में आने वाले कागजो के डिस्पोजल पत्तोंलो को कही भी फेंक देने के कारण फ़ैल रही बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग कार्यवाही करने में मौन है जिस कारण सर्दी बुखार,अस्थमा, जैसे ह्रदय रोग से कटनी जिले वासी पीड़ित हो रहे है।
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