**हरदा में राजपूत समाज करणी सेना और छात्रावास में घुस कर पुलिस प्रशासन द्वारा किया गया लाठी चार्ज, इस विरोध पर कटनी जिला करणी सेना ने किया विरोध प्रदर्शन, लगाए पुलिस प्रशासन के मुर्दाबाद के नारे,7 सूत्रीय मांगों पर मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के नाम एस डी एम कार्यालय में सौंपा ज्ञापन*

 **हरदा में राजपूत समाज करणी सेना और छात्रावास में घुस कर पुलिस प्रशासन द्वारा किया गया लाठी चार्ज, इस विरोध पर कटनी जिला करणी सेना ने किया विरोध प्रदर्शन, लगाए पुलिस प्रशासन के मुर्दाबाद के नारे,7 सूत्रीय मांगों पर मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के नाम एस डी एम कार्यालय में सौंपा ज्ञापन*



रिपोर्टर : हेमंत सिंह 


कटनी: हरदा में राजपूत समाज करणी सेना और छात्रावास में घुस कर पुलिस प्रशासन द्वारा किया गया लाठी चार्ज, इस विरोध पर कटनी जिला करणी सेना ने किया विरोध प्रदर्शन, लगाए पुलिस प्रशासन के मुर्दाबाद के नारे,7 सूत्रीय मांगों पर मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के नाम एस डी एम कार्यालय में सौंपा ज्ञापन...


मैं आपको धन्यवाद देता हूँ कि आपने हरदा छात्रावास प्रकरण पर संज्ञान लिया। यह आपके संवेदनशील नेतृत्व का संकेत है, परंतु में विनम्रतापूर्वक यह कहना चाहता हूँ कि केवल जांच रिपोर्ट तलब करना पर्याप्त नहीं है। हरदा की सड़कों से लेकर छात्रावास तक, जहाँ न्याय की उम्मीद की जाती है, वहाँ निर्दोष युवाओं और हरदा के आम नागरिकों को बर्बर लाठीचार्ज का शिकार बनाया गया। वे आज भी भय, अपमान और असुरक्षा के माहौल में है।


माननीय मुख्यमंत्री महोदय,


हम अब सिर्फ जांच की प्रतीक्षा में नहीं रह सकते। हमें न्याय चाहिए और वह भी समयबद्ध, निष्पक्ष और साहसी निर्णयों के माध्यम से हमारे क्षत्रिय समाज के हर एक साथी को आप पर पूर्ण विश्वास है कि जिस प्रकार से आपने इस विषय का संज्ञान लिया है आप शीघ्घ्र ही इसका समाधान भी करेंगे।


हम चाहते हैं-


1. पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच करवाई जाए।


2. जांच पूर्ण होने तक हस्दा के पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर एवं संबंधित थाना प्रभारी को प्रशासनिक दायित्वों से हटाया जाए।


3. राजपूत भाइयों पर हमला करने वाले पुलिस कर्मियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या के प्रयास) के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया जाए।


4. छात्रावास एवं आम नागरिकों के साथ की गई बर्बरता गाडियों को नुकसान एवं शांतिपूर्ण आंदोलन पर हमला करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कड़े कानूनी कार्रवाई की जाए। 


5. संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (इ) के तहत प्रदत शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार की रक्षा की जाए। 


6. हरदा प्रकरण में जिन निर्दोष व्यक्तियों पर झूठे प्रकरण दर्ज किए गए हैं. उन्हें अविलंब वापस लिया जाए तथा श्री सुनील सिंह राजपूत एवं उनके साथ जिन साथियों को अभी तक पुलिस हिरासत में रखा गया है. उन्हें तुरंत प्रभाव से रिहा किया जास 


7. जिस प्रकार पुलिस ने हरदा के राजपूत छात्रावास में घुसकर मारपीट की. वह अत्यंत निंदनीय है। भविष्य में देशभर के किसी भी जत्रावास या शैक्षणिक संस्थान में ऐसी कार्रवार्ड की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित किया।

Post a Comment

Previous Post Next Post