अब तक जिले के 1.75 लाख से अधिक किसानों की फार्मर आईडी रजिस्ट्री बनीं
कटनी – कृषकों को कम्प्यूटरीकृत प्रक्रिया के माध्यम से आसानी से केसीसी ऋण प्राप्त हो सके तथा हितग्राही मूलक योजनाओं का निर्धारण एवं सत्यापन की प्रक्रिया सुनिश्चित करने हेतु राज्य शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक कृषक भूस्वामी की फॉर्मर रजिस्ट्री कर एक यूनिक आईडी भारत सरकार द्वारा जनरेट कर प्रदान की जा रही है। जिले में अब तक 1 लाख 75 हजार 61 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री का कार्य संपादित किया जा चुका है। यह कुल लक्ष्य के विरुद्ध 99 प्रतिशत उपलब्धि है।
कलेक्टर द्वारा राजस्व अधिकारियों की बैठक में किसानों के फार्मर आई डी रजिस्ट्री मामले की निरंतर सतत समीक्षा की वजह से यह उपलब्धि हासिल हो सकी है। कलेक्टर के निर्देश के बाद जिले में अभियान स्वरूप में फार्मर आईडी रजिस्ट्री प्रक्रिया का कार्य संपादित किया गया।
फार्मर आईडी का लक्ष्य लगभग पूरा
कटनी नगर तहसील में अब तक 9 हजार 437 किसानों की फार्मर आई डी बनाईं जा चुकी है। जबकि कटनी ग्रामीण तहसील के 10 हजार 613 किसानों की, स्लीमनाबाद तहसील के 17 हजार 170 किसानों, बहोरीबंद तहसील के 25 हजार 621 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की जा चुकी है। इसी प्रकार विजयराघवगढ़ तहसील के 29 हजार 508 किसानों की, ढीमरखेड़ा तहसील के 26 हजार 880 किसानों सहित बरही तहसील के 17 हजार 216 किसानों और रीठी तहसील के 22 हजार 505 किसानों एवं बड़वारा तहसील के 16 हजार 111 किसानों की फार्मर आईडी बनाईं जा चुकी है।
ऐसे करायें फार्मर रजिस्ट्री
किसान घर बैठे अपने मोबाइल पर फार्मर सहायक एमपी एप डाउनलोड कर फार्मर रजिस्ट्री करा सकते हैं। मोबाइल एप के अलावा किसान पटवारी अथवा उनके गांव में नियुक्त सर्वेयर सहायक से भी फार्मर रजिस्ट्री करा सकेंगे। एमपी ऑनलाइन कियॉस्क या कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी निर्धारित शुल्क चुकाकर किसान फार्मर रजिस्ट्री करा सकेंगे।

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