“कटनी में मूलभूत सुविधाएँ ठप, जनता पूछ रही—कब मिलेगी राहत?”

 “कटनी में मूलभूत सुविधाएँ ठप, जनता पूछ रही—कब मिलेगी राहत?”




कटनी/न्यूज़ एम पी एक्सप्रेस —शहर की बदहाल सड़कों और बढ़ते प्रदूषण ने आम नागरिकों का जीना दुश्वार कर दिया है। कटनी नगर निगम की अनदेखी ऐसी है कि न जाने कितनों की जान जोखिम में पड़ रही है और न जाने कितने लोग दुर्घटनाओं का शिकार होकर अपंग होने की कगार पर पहुंच गए हैं। शहरवासियों का कहना है कि उन्हें बड़े-बड़े विकास प्रोजेक्ट नहीं चाहिए—कम से कम इतनी व्यवस्था हो कि खुले और स्वच्छ वातावरण में सांस ले सकें तथा गड्ढों से भरी सड़कों पर सुरक्षित यात्रा कर सकें।


शहर में करोड़ों की लागत से बनने वाले प्रोजेक्ट्स का सपना दिखाया जाता है, लेकिन लोगों की रोजमर्रा की तकलीफों पर किसी का ध्यान नहीं। सड़कों की मरम्मत के लिए कुछ हजार रुपए में पेंचवर्क किया जा सकता है, मगर जिम्मेदारों की निगाह इन समस्याओं पर नहीं जाती। इसका कारण शहरवासी भलीभांति समझते हैं—यहां जनहित से अधिक निजी हितों को प्राथमिकता दी जा रही है।


नगर निगम के महापौर, कमिश्नर, पार्षद सहित तमाम अधिकारी दिन में कई बार इन्हीं सड़कों से गुजरते हैं, लेकिन वातानुकूलित गाड़ियों में बैठकर यात्रा करने वालों को न गड्ढे दिखाई देते हैं और न ही धूल-धुआं। सुभाष चौक, अंजुमन स्कूल के सामने जिला अस्पताल मार्ग, मुड़वारा स्टेशन रोड, पीर बाबा से पन्ना मोड़ तक—हर तरफ धूल, मिट्टी, उखड़ी सड़कें और गहरे गड्ढे मानो शहरवासियों की अगवानी कर रहे हों।


कटनी की जनता अपनी सहनशीलता और धैर्य के लिए जानी जाती है। हर मुश्किल में जीने का हुनर यहां के लोगों को भले ही आता हो, लेकिन यह सवाल आज भी जस का तस है कि आखिर उनकी बुनियादी समस्याएं कब सुनी जाएंगी? जनता अब यही उम्मीद कर रही है कि नगर निगम जिम्मेदारी का परिचय देते हुए शहर की मूलभूत समस्याओं पर जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए।

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