कटनी -कौन सुनेगा किसको सुनाये" मोहन सरकार "मे आदिवासी( हरिजन) से मार पीट कि शिकायत --जी-- है मामला स्लीमनाबाद थाना अंतर्गत तेवरी का है सूत्रों के मुताबिक जहा एक असहाय, निर्बल को शराब ठेकेदार दार के लड़को द्वारा घर से उठा ले गया और बंदूक कि नोक पर आधा दर्जन कि संख्या से अधिक लोगो द्वारा मार पीट, गली गलोच व अपमानित किया गया उस हरिजन कर केवल कसूर इतना था कि उक्त लोगो द्वारा काम मे बुलाये जाने पर सुनील आदिवासी व्यक्ति उनके यहां नहीं गया घटना उपरांत जैसे -तैसे पीड़ित अपनी जन बचा कर स्लीमना बाद थाना पंहुचा कि अपनी शिकायत दर्ज करवा दू लेकिन पुरे थाने ऐसे कोई पुलिस कर्मी नहीं था जो पीड़ित कि शिकायत दर्ज करके आरोपीयों पर कार्य वाही कर सके..ये वही बहु चर्चित स्लिमनाबाद थाना है जहाँ कुछ दिनों पहले राजनैतिक दबाब के चलते एक स्वतंत्र पत्रकार पर मात्र एक आवेदन पर एफ.आई.दर्ज. कर लीं गई थी चलिए छोड़िये! उस बात को इस "मामले मे दबँगो से मारा व शोषण हुआ पीड़ित अपनी व्यथा किसको सुनाये तब पीड़ित स्वयं जिला अस्पताल आकर इलाज करावाया और न्याय कि उम्मीद मे कटनी जिला के sc.st.थाना मे गया लेकिन यहां केवल आवेदन लेकर पीड़ित को चलता कर दिया गया है साथ ही मामले को तूल पकड़ता देख sc.st. थाना प्रभारी ने मिडिया के सामने कहा -कि फोन पर सिलमनाबाद थाना प्रभारी से मेरी बात उक्त विषय मे हुई है अब देखना यह है कि म प्र राज्य (कटनी) पुलिस एक हरिजन को न्याय दिला देगी या फिर इस थाने से उस थाने के चक्कर काटते हुए पीड़ित के साथ खेल यू ही चलता रहेगा एक माह नहीं बिता कटनी कि दिल देहलने वाली पुलिस थाने कि हरिजन महिला कि घटना को जिसमे मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को स्वयं संज्ञान लेते हुए कटनी का दौरा करना पड़ा था!
Post a Comment