कटनी/न्यूज़ एम पी एक्सप्रेस /आशीष चौधरी : बहोरीबंद विकास खंड के धान उपार्जन केंद्रों में जहाँ परिवहन की कछुआ गति से धान के ढेरो का अम्बार लगा हुआ है,वही कई केंद्रों में केंद्र प्रभारी की बड़ी लापरवाही निकल कर सामने आ रही है.ताज़ा मामला धान उपार्जन केंद्र केवलारी का सामने आया है जहाँ धान तौल क्षेत्र से पानी के पाईप बिछाए गए थे जिससे लगभग 50 क्विंटल धान गीली होकर अंकुर हो चुकी थी जिसका परिवहन कार्य किया जा रहा था,‘जबलपुर एक्सप्रेस’की टीम नें दोपहर बाद केंद्र में जाकर देखा तो केंद्र प्रभारी की बड़ी लापरवाही देखने मिली है.जहाँ न केंद्र प्रभारी मौजूद रहे ना ही नोडल व सर्वेयर मौजूद रहे.जिसके बाद प्रभारी की लापरवाही व जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारीयों की केंद्र में मौजूद नहीं होने की जानकारी वरिष्ठ अधिकारीयों को दी गई जिसके बाद मौके पर पहुँचकर पटवारी नें पंचनामा कार्यवाही की गई.
नाबालिक लड़कियों से कराया जा रहा था श्रम कार्य--
धान उपार्जन केंद्र केवलारी में यह भी देखने मिला कि केंद्र प्रभारी द्वारा नाबालिक लड़कियों को भी काम में लगाया गया था जिनसे उम्र पूछने पर बताया गया कि जिसमे एक क़ी उम्र 12 वर्ष एवं दूसरे क़ी 17 वर्ष थी.बाल श्रम कानूनी दंडनीय अपराध है. श्रम न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत करने पर सजा का भी प्रावधान है।बाल श्रम प्रतिषेध एवं विनियमन आधि नियम 1986 की धारा 14 के अनुसार बाल श्रम करवाने वाले नियोक्ता को 3 माह से 1 वर्ष तक का कारावास या 10 हजार से 20 हजार तक का जुर्माने से दंडित किया जा सकता है।
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