कटनी -राधे ज्वेलर्स में हुई चोरी का पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा
तीन विधिउल्लंघनकारी बालक पकड़े गए, ₹1 लाख से अधिक का मशरूका बरामद
कटनी/न्यूज़ एम पी एक्सप्रेस: शहर के प्रमुख सराफा बाजार स्थित राधे ज्वेलर्स में 10-11 अक्टूबर 2025 की दरम्यानी रात हुई चोरी की गुत्थी को कोतवाली पुलिस ने सुलझा लिया है। इस सनसनीखेज चोरी के मामले में पुलिस ने तीन विधिउल्लंघनकारी बालकों को जबलपुर से गिरफ्तार कर लिया है। इनसे कुल ₹1,00,000 (लगभग) मूल्य का चोरी गया चांदी का सामान बरामद किया गया है।
तिजोरी नहीं टूटी तो चुरा ले गए जेवरात
दुकान मालिक राधेश्याम स्वर्णकार ने 11 अक्टूबर को थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वे रात 10 बजे दुकान बंद कर घर गए थे। सुबह करीब 5 बजे उन्हें सूचना मिली कि दुकान का ताला टूटा हुआ है। मौके पर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि दुकान का सारा सामान बिखरा हुआ था और तिजोरी को तोड़ने की कोशिश की गई थी। तिजोरी नहीं टूटने पर चोर चांदी के जेवरात — अंगूठी, पायल, मंगलसूत्र, चरण पादुका, संतान सप्तमी की चूड़ियां आदि ले उड़े। अनुमानित चोरी का माल ₹95,000 से अधिक का बताया गया।
पुलिस ने इस मामले में अपराध क्रमांक 872/2025, धारा 341(4), 305(ए) बी.एन.एस. के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की।
पुलिस की त्वरित और रणनीतिक कार्रवाई
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक राखी पाण्डेय के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज का सूक्ष्म विश्लेषण किया और सायबर सेल की सहायता से तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए। गहन जांच के पश्चात तीन संदेहियों की पहचान हुई, जो घटना के तुरंत बाद जबलपुर भाग गए थे।
मुखबिर से मिली सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम ने तीनों आरोपियों को जबलपुर से पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया। ये तीनों विधिउल्लंघनकारी बालक हैं, जिनमें से दो सगे भाई हैं। सभी आरोपी जबलपुर जिले के टेड़ी नीम ठक्कर ग्राम, थाना हनुमानताल के निवासी हैं।
बरामद मशरूका
गिरफ्तार किए गए बालकों के कब्जे से चोरी गए चांदी के जेवर — पायल, राजस्थानी मंगलसूत्र, चरण पादुका, बेल पत्री, अंगूठियां आदि बरामद किए गए हैं। बरामद मशरूके की कुल अनुमानित कीमत ₹1,00,000 से अधिक बताई जा रही है।
पुलिस का सतर्क प्रयास प्रशंसनीय
कोतवाली पुलिस की त्वरित कार्यवाही, तकनीकी जांच और सूझबूझ से चोरी की यह बड़ी वारदात कुछ ही दिनों में सुलझा ली गई। खास बात यह रही कि विधिउल्लंघनकारी बालकों द्वारा इतनी संगठित ढंग से घटना को अंजाम देना पुलिस के लिए भी चुनौतीपूर्ण था, जिसे टीम ने कुशलता से सुलझाया।

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