धांधली की गूंज: पटाखा दुकानों के आवंटन में नगर निगम पर उठे सवाल कटनी, बरगवां क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर लगाया गया 10 से अधिक अवैध दुकानें अधिकांश दुकानों मे फायर सेफ्टी किट नहीं,जांच मे खुलेगी पोल

 धांधली की गूंज: पटाखा दुकानों के आवंटन में नगर निगम पर उठे सवाल


कटनी, बरगवां क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर लगाया गया 10 से अधिक अवैध दुकानें




अधिकांश दुकानों मे फायर सेफ्टी किट नहीं,जांच मे खुलेगी पोल




कटनी/न्यूज़ एम पी एक्सप्रेस (संवाददाता):

दीपावली का त्योहार नज़दीक आते ही पटाखों की दुकानों की चहल-पहल तेज हो गई है, लेकिन इस रौशनी के पीछे धांधली का अंधेरा भी छुपा है। नगर निगम कटनी द्वारा पटाखा दुकानों के लिए जारी लाइसेंस की प्रक्रिया पर अब सवाल खड़े हो गए हैं। बरगवां क्षेत्र स्थित द्वारका सिटी के पास 80 से 90 दुकानें लगाई गई हैं, जबकि सूत्रों के अनुसार, लाइसेंस सिर्फ 70-80 दुकानों के लिए ही जारी किए गए थे।


सबसे बड़ा सवाल ये है कि जिन लोगों को पटाखा दुकान का लाइसेंस मिला, उन्हें टेंट की दुकानें नहीं मिल पाईं, जबकि कुछ बिना लाइसेंस वालों को दुकानें आवंटित कर दी गईं। इससे साफ जाहिर होता है कि आवंटन प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई है।


जानकारी के अनुसार, कुछ चुनिंदा प्राइवेट टेंट संचालकों (नीलेश नामक) को इस काम की जिम्मेदारी दी गई है, जो दुकानदारों से मनमानी राशि वसूल कर रहे हैं। टेंट लगाने और स्थान देने के बदले मोटी रकम ली जा रही है, जिससे छोटे व्यापारी परेशान हैं।


नगर निगम द्वारा इस क्षेत्र की जिम्मेदारी जुगेश्वर पाठक को सौंपी गई है, लेकिन अब तक इस अव्यवस्था पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।


स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि यदि जल्द ही इस धांधली पर रोक नहीं लगाई गई, तो वे विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।


प्रशासन को चाहिए कि:


पूरे आवंटन की जांच की जाए।


बिना लाइसेंस लगी दुकानों को तत्काल हटाया जाए।


अवैध रूप से वसूली कर रहे टेंट संचालकों पर कार्रवाई की जाए।


लाइसेंसधारकों को वरीयता के साथ दुकानें आवंटित की जाएं।



इस मामले में नगर निगम या जुगेश्वर पाठक की तरफ से कोई आधिकारिक बयान अब तक सामने नहीं आया है।

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